खेती में अच्छी पैदावार और अधिक मुनाफा पाने के लिए बेहतर गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करना बेहद जरूरी है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), पूसा द्वारा विकसित धान की उन्नत किस्में किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। इन बीजों की बेहतरीन उत्पादकता, रोग प्रतिरोधक क्षमता और जलवायु अनुकूलन के कारण देशभर के किसान इन्हें प्राथमिकता दे रहे हैं।
अब किसान घर बैठे ऑनलाइन पूसा बीजों की बुकिंग कर सकते हैं, जिससे उन्हें बाजार के झंझट से बचने के साथ ही समय पर उत्तम गुणवत्ता के बीज प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी। आइए जानते हैं धान की उन्नत किस्मों, उनके फायदों और ऑनलाइन ऑर्डर प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।
धान की खेती में उन्नत बीजों का महत्व
बेहतर बीज = अधिक उत्पादन + अधिक लाभ
धान की खेती में सही किस्मों का चुनाव करने से पैदावार बढ़ती है, खेती की लागत घटती है और फसल की गुणवत्ता बेहतर होती है। उन्नत किस्में किसानों को न केवल ज्यादा उपज देती हैं, बल्कि यह कई तरह की बीमारियों और कीटों के हमले से भी बचाव करती हैं।
उन्नत बीजों का चुनाव क्यों जरूरी है?
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अधिक उपज: उन्नत किस्मों के बीज पारंपरिक किस्मों की तुलना में 20-30% अधिक उत्पादन देते हैं।
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कम लागत: उन्नत किस्मों में कम उर्वरक और कीटनाशकों की जरूरत होती है, जिससे लागत में कमी आती है।
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जलवायु के प्रति सहनशीलता: ये बीज बदलते मौसम और कम पानी में भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
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रोग और कीटों से सुरक्षा: उन्नत किस्में कई बीमारियों और कीटों से बेहतर प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करती हैं।
धान की लोकप्रिय उन्नत किस्में और उनके फायदे
1. पूसा बासमती 1121
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लंबे और सुगंधित चावल।
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बेहतर बाजार मांग और उच्च निर्यात मूल्य।
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कम पानी में भी अच्छी पैदावार।
2. पूसा बासमती 1509
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तेजी से पकने वाली किस्म (120 दिन में तैयार)।
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कम खाद और पानी की जरूरत।
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जलवायु परिवर्तन के प्रति सहनशील।
3. पूसा बासमती 1718
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बीमारी और कीट प्रतिरोधक क्षमता अधिक।
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ज्यादा उत्पादन और बढ़िया सुगंध।
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फसल जल्दी पकने के कारण अन्य फसलें भी उगाने का मौका।
4. पूसा बासमती 1637
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चावल का दाना चमकदार और लंबा।
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धान की फसल गिरने की संभावना कम।
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कम रासायनिक खाद में भी अच्छी उपज।
5. पूसा सुगंध-5
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कम पानी वाली जमीन के लिए आदर्श।
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अच्छी खुशबू और बेहतरीन स्वाद।
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जलवायु परिवर्तन के प्रति अनुकूलता।
6. पूसा 44 (नॉन-बासमती किस्म)
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उच्च पैदावार और मजबूत पौधे।
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तेजी से बढ़ने और पकने वाली किस्म।
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जलभराव और सूखे दोनों में अच्छा उत्पादन।
धान के उन्नत बीजों के प्रमुख फायदे
1. ज्यादा उपज
उन्नत बीजों से पारंपरिक किस्मों की तुलना में 20-30% अधिक उत्पादन मिलता है, जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होती है।
2. जलवायु सहनशीलता
उन्नत किस्में जलवायु परिवर्तन के प्रति अधिक सहनशील होती हैं। ये बीज कम पानी, अत्यधिक बारिश और तापमान में बदलाव के बावजूद बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
3. रोग प्रतिरोधक क्षमता
पूसा द्वारा विकसित उन्नत किस्में बैक्टीरियल ब्लाइट, झुलसा रोग और अन्य कीटों के हमले से बचाव करती हैं।
4. कम लागत में अधिक मुनाफा
इन बीजों के इस्तेमाल से खाद और कीटनाशकों की आवश्यकता कम होती है, जिससे खेती की लागत घटती है और किसानों को अधिक मुनाफा मिलता है।
5. फसल की जल्दी परिपक्वता
कुछ किस्में जैसे पूसा बासमती 1509 और 1718 जल्दी पकने वाली हैं, जिससे किसान समय बचाकर दूसरी फसलें भी उगा सकते हैं।
घर बैठे पूसा धान के बीज कैसे करें ऑर्डर?
अब किसान ऑनलाइन माध्यम से सीधे पूसा बीजों की बुकिंग कर सकते हैं, जिससे उन्हें बाजार में भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ऑनलाइन ऑर्डर करने की प्रक्रिया
1. पूसा संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
किसान को www.iari.res.in वेबसाइट पर जाना होगा।
2. पंजीकरण करें
किसान को अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर और भूमि संबंधी जानकारी भरकर पंजीकरण करना होगा।
3. बीज का चयन करें
अपनी आवश्यकता के अनुसार बासमती या नॉन-बासमती किस्मों का चयन करें।
4. ऑनलाइन भुगतान करें
किसान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, UPI या बैंक ट्रांसफर के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं।
5. डिलीवरी की प्रतीक्षा करें
ऑर्डर सफल होने के बाद बीज डाक या कूरियर सेवा के माध्यम से सीधे किसान के पते पर भेजे जाएंगे।
ऑफलाइन भी खरीद सकते हैं बीज
अगर किसान ऑनलाइन ऑर्डर नहीं कर सकते, तो वे नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), कृषि विभाग कार्यालय या पूसा संस्थान के बिक्री केंद्र से भी उन्नत बीज प्राप्त कर सकते हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र (KVK)
कृषि विज्ञान केंद्रों पर उन्नत बीज आसानी से उपलब्ध होते हैं, जहां से किसान बीज लेकर विशेषज्ञों से खेती की नई तकनीकों की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।
कृषि विभाग कार्यालय
राज्य और जिला स्तर के कृषि विभाग कार्यालयों में भी पूसा द्वारा विकसित उन्नत किस्मों के बीज उपलब्ध होते हैं।
पूसा संस्थान के बिक्री केंद्र
किसान सीधे पूसा संस्थान के बिक्री केंद्रों से बीज खरीद सकते हैं, जहां प्रमाणित और उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की गारंटी मिलती है।
पूसा धान बीजों की कीमत और सब्सिडी
बीजों की कीमत
पूसा द्वारा विकसित उन्नत किस्मों की कीमत अन्य बीजों की तुलना में थोड़ी अधिक हो सकती है, लेकिन इनकी उच्च उत्पादकता और बेहतर गुणवत्ता इसे बेहद लाभकारी बनाती है।
सब्सिडी और सरकारी योजनाएं
कई राज्य सरकारें किसानों को पूसा बीज खरीदने के लिए सब्सिडी भी देती हैं। किसान कृषि विभाग से संपर्क कर इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं और कम कीमत पर उच्च गुणवत्ता वाले बीज प्राप्त कर सकते हैं।
उन्नत बीजों का सही समय और तरीका
1. बुवाई का सही समय
धान की उन्नत किस्मों की बुवाई का आदर्श समय मई के अंत से जुलाई के बीच होता है। समय पर बुवाई से अधिक उपज और बेहतर फसल की संभावना रहती है।
2. बीज उपचार
बीज को बुवाई से पहले फफूंदनाशक और कीटनाशक से उपचारित करना जरूरी होता है। इससे रोगों और कीटों से बचाव किया जा सकता है।
3. सिंचाई और खाद प्रबंधन
धान की फसल को समय पर पानी देना और उचित मात्रा में खाद का प्रयोग करना फसल की गुणवत्ता को बढ़ाता है। उन्नत किस्मों में कम पानी की आवश्यकता होती है, जिससे सिंचाई की लागत भी कम हो जाती है।
निष्कर्ष
अगर आप धान की खेती से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो बेहतरीन गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करना बेहद जरूरी है। पूसा द्वारा विकसित धान की उन्नत किस्में किसानों के लिए वरदान साबित हो रही हैं।
मुख्य बिंदु:
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घर बैठे ऑर्डर करें और समय पर बेहतरीन गुणवत्ता के बीज प्राप्त करें।
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अच्छी उपज के साथ खेती को अधिक लाभदायक बनाएं।
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सरकारी सब्सिडी और योजनाओं का लाभ उठाकर उन्नत बीजों को किफायती मूल्य पर प्राप्त करें।
अब किसान बिचौलियों से बचकर सीधे संस्थान से प्रमाणित बीज खरीद सकते हैं, जिससे उनकी खेती अधिक सफल और लाभदायक हो सकेगी। Click Here