क्या आप हरी मटर का सेवन कर रहे हैं? सावधान रहें! हाल ही में कर्नाटक में खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) द्वारा की गई जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। हरी मटर के पकौड़ों और अन्य खाद्य पदार्थों के 114 सैंपल लिए गए, जिनमें से 64 सैंपल में ‘टार्ट्राज़ीन’ नामक प्रतिबंधित रंग पाया गया। यह खतरनाक रसायन एलर्जी, अस्थमा और यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
सरकार ने इस मिलावट को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। साथ ही, जनता से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और संदिग्ध खाद्य पदार्थों की तुरंत रिपोर्ट करें।
अगर आप और आपका परिवार भी हरी मटर का सेवन करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं इस खतरनाक रसायन के बारे में विस्तार से और इससे बचने के उपाय।
क्या है टार्ट्राज़ीन और क्यों है यह खतरनाक?
टार्ट्राज़ीन (Tartrazine) एक कृत्रिम पीला रंग है, जिसका उपयोग खाद्य पदार्थों में चमकदार रंग देने के लिए किया जाता है। हालांकि, यह रंग कई देशों में प्रतिबंधित है क्योंकि इसके गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव देखे गए हैं।
टार्ट्राज़ीन के स्वास्थ्य पर प्रभाव:
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एलर्जी और त्वचा संबंधी समस्याएं:
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खुजली, लाल चकत्ते और त्वचा में जलन हो सकती है।
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अस्थमा और सांस की दिक्कत:
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खासतौर पर दमा (Asthma) के मरीजों के लिए यह खतरनाक हो सकता है।
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कैंसर का खतरा:
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लगातार सेवन करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
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गुर्दे और यकृत (Liver) पर असर:
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शरीर में विषैले तत्वों को बढ़ाकर किडनी और लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है।
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हाइपरएक्टिविटी (Hyperactivity):
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बच्चों में व्यवहार संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है, जिससे उनकी एकाग्रता प्रभावित होती है।
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कैसे की गई यह जांच?
कर्नाटक के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने हाल ही में हरी मटर से बनी वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच करने के लिए 114 सैंपल लिए।
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इन सैंपलों को वैज्ञानिक परीक्षण के लिए भेजा गया।
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जांच में 64 सैंपलों में टार्ट्राज़ीन नामक रंग पाया गया, जो खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करता है।
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इस मामले में कई खाद्य विक्रेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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जनता से अपील की गई है कि वे ऐसे मिलावटी खाद्य पदार्थों को न खरीदें और संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट करें।
कैसे पहचानें मिलावटी हरी मटर?
मिलावटी हरी मटर की पहचान करना आसान नहीं है, लेकिन कुछ सावधानियां बरतकर आप इसे पहचान सकते हैं:
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अत्यधिक चमकीला रंग:
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अगर मटर का रंग असामान्य रूप से चमकीला या एक जैसा दिखाई दे रहा है, तो उसमें मिलावट हो सकती है।
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पानी में भिगोकर देखें:
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एक कटोरी पानी में हरी मटर डालें। अगर पानी का रंग जल्दी बदलने लगे, तो समझ लें कि उसमें कृत्रिम रंग मिलाया गया है।
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हाथ से रगड़कर जांच करें:
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हरी मटर को हाथों से रगड़ें, अगर रंग हाथ पर लग जाता है तो यह मिलावटी हो सकता है।
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स्वाद और गंध पर ध्यान दें:
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मिलावटी मटर का स्वाद सामान्य हरी मटर से अलग और थोड़ा कड़वा हो सकता है।
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कैसे करें बचाव?
मिलावटी हरी मटर और अन्य खाद्य पदार्थों से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
1. स्थानीय और विश्वसनीय विक्रेताओं से खरीदें
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हमेशा ऐसी दुकानों से खरीदारी करें, जहां खाद्य सुरक्षा नियमों का पालन किया जाता हो।
2. जैविक (ऑर्गेनिक) उत्पादों का करें उपयोग
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ऑर्गेनिक उत्पादों में रसायनों की मिलावट नहीं होती, इसलिए जैविक हरी मटर खरीदना सुरक्षित रहेगा।
3. घर पर उगाएं हरी मटर
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अगर संभव हो तो अपनी बालकनी या खेत में हरी मटर उगाएं, जिससे आप पूरी तरह से शुद्ध मटर खा सकें।
4. खाद्य सुरक्षा प्रमाणित ब्रांड का चयन करें
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ऐसे ब्रांड चुनें जो FSSAI प्रमाणित हों और जिनकी गुणवत्ता जांची गई हो।
5. जागरूकता फैलाएं और संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट करें
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यदि आपको बाजार में मिलावटी हरी मटर दिखे, तो तुरंत खाद्य सुरक्षा विभाग में इसकी शिकायत करें।
सरकार की सख्त कार्रवाई
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने मिलावटखोरों पर कड़ी कार्रवाई करने की घोषणा की है।
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दोषी पाए जाने वाले विक्रेताओं और कंपनियों के खिलाफ भारी जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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खाद्य सुरक्षा विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है, ताकि उपभोक्ताओं को मिलावटी उत्पादों से बचाया जा सके।
