गेंदे की खेती बन रही किसानों की आमदनी का जरिया, सरकार दे रही अनुदान और तकनीकी सहायता
अब किसान पारंपरिक खेती से हटकर फूलों की खेती में भी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। खासतौर पर गेंदे की खेती किसानों के लिए एक नया अवसर बन रही है। गेंदा की मांग धार्मिक आयोजनों, शादी-विवाह, सजावट और औषधीय उपयोग के लिए सालभर बनी रहती है, जिससे इसकी खेती किसानों को बेहतर आमदनी दिला रही है।
सुल्तानपुर जिला अब गेंदा की खुशबू से महकने वाला है।
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में सरकार और उद्यान विभाग ने गेंदे की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजनाएं चलाई हैं। इसके तहत एकीकृत बागवानी मिशन (MIDH) के अंतर्गत चयनित किसानों को ₹16,000 और ₹10,000 का अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता देकर उनकी आमदनी को बढ़ावा देना और फूलों की खेती को बढ़ावा देना है।
अब आइए जानते हैं कि गेंदे की खेती कैसे फायदेमंद साबित हो सकती है और किसान इस योजना का लाभ कैसे उठा सकते हैं।
गेंदे की खेती क्यों है फायदेमंद?
गेंदा एक बहुउपयोगी और कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली फसल है। इसे खुले खेतों और पॉलीहाउस दोनों में उगाया जा सकता है। इसकी खेती कई मायनों में किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है:
1) कम लागत, अधिक मुनाफा
गेंदा एक ऐसी फसल है, जिसमें शुरुआती लागत कम होती है और बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। एक बार फसल तैयार हो जाने पर किसान को त्वरित मुनाफा मिलता है।
2) सालभर बाजार उपलब्ध
गेंदे की मांग सालभर बनी रहती है। विशेष रूप से शादी-विवाह, त्योहारों, धार्मिक आयोजनों और सजावट के लिए इसकी भारी मांग रहती है। इस वजह से किसान को बाजार की चिंता नहीं करनी पड़ती।
3) सरकारी अनुदान का लाभ
सरकार द्वारा एकीकृत बागवानी मिशन (MIDH) के तहत किसानों को अनुदान दिया जा रहा है, जिससे किसान आसानी से खेती शुरू कर सकते हैं और उत्पादन बढ़ा सकते हैं।
4) औषधीय गुणों से भरपूर
गेंदा न सिर्फ सजावट के लिए बल्कि औषधीय गुणों के कारण भी काफी महत्वपूर्ण है। यह त्वचा रोग, आंखों की समस्याओं और कीटनाशक के रूप में भी उपयोगी होता है।
5) तेजी से बढ़ने वाली फसल
गेंदा की फसल 2 से 3 महीनों में तैयार हो जाती है, जिससे किसान को जल्दी मुनाफा मिलने की संभावना रहती है।
गेंदे की खेती कैसे करें?
यदि कोई किसान गेंदे की खेती शुरू करना चाहता है, तो उसे कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना चाहिए:
1) सही जलवायु और मिट्टी का चुनाव
गेंदे की खेती के लिए गर्म और समशीतोष्ण जलवायु सबसे उपयुक्त मानी जाती है। यह अधिकतर प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है, लेकिन दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी में जल निकासी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि पानी ज्यादा समय तक न रुके।
2) बीज और पौध तैयार करना
गेंदे की खेती दो तरीकों से की जा सकती है:
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बीज से: बीजों को पहले नर्सरी में तैयार किया जाता है, फिर उन्हें खेतों में रोपित किया जाता है।
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कलम से: पुराने पौधों से कलम काटकर नए पौधे तैयार किए जाते हैं।
3) सिंचाई और उर्वरक का सही प्रयोग
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गेंदा ज्यादा पानी पसंद नहीं करता, इसलिए हल्की सिंचाई करनी चाहिए।
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उर्वरक के रूप में जैविक खाद, गोबर की खाद और नाइट्रोजन, फॉस्फोरस व पोटाश का संतुलित मिश्रण प्रयोग करना चाहिए।
4) कीट और रोग नियंत्रण
गेंदे की खेती में पत्तों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों और फफूंद जनित रोगों का खतरा रहता है। जैविक कीटनाशकों और समय-समय पर खेतों की देखरेख करके इनसे बचा जा सकता है।
गेंदे की खेती पर सरकार का अनुदान और योजना
सरकार ने किसानों को गेंदे की खेती के लिए आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है। एकीकृत बागवानी मिशन (MIDH) योजना के तहत:
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₹16,000 अनुदान: छोटे और सीमांत किसानों को गेंदा की खेती के लिए मिलेगा।
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₹10,000 अनुदान: बड़े किसानों और व्यवसायिक खेती करने वालों के लिए दिया जाएगा।
उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य किसानों की आमदनी बढ़ाना और फूलों की खेती को बढ़ावा देना है। अनुदान का लाभ उठाकर किसान कम लागत में गेंदे की खेती शुरू कर सकते हैं और बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
गेंदे की खेती से होने वाला मुनाफा
गेंदे की खेती करने वाले किसान इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। एक एकड़ में गेंदे की खेती करने पर लगभग ₹80,000 से ₹1,00,000 तक की आमदनी हो सकती है।
संभावित खर्च और मुनाफा
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बीज, खाद, सिंचाई आदि पर खर्च: ₹15,000 – ₹20,000
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उत्पादन (किलो में): 2,000 से 2,500 किलो
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बाजार में बिक्री मूल्य: ₹40 – ₹50 प्रति किलो
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शुद्ध मुनाफा: ₹80,000 तक
अगर किसान नर्सरी तैयार करके या प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर गेंदा आधारित उत्पाद बनाते हैं, तो वे और ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।
गेंदे से बनने वाले उत्पाद और उनकी मांग
गेंदे की खेती केवल फूलों की बिक्री तक सीमित नहीं है, इससे कई तरह के उत्पाद बनाए जा सकते हैं:
1) गेंदा तेल और इत्र
परफ्यूम इंडस्ट्री में गेंदे के फूलों से निकाले गए तेल की काफी मांग होती है। इससे तैयार किया गया इत्र और खुशबूदार उत्पाद बाजार में ऊंचे दामों पर बिकते हैं।
2) औषधीय उपयोग
गेंदा त्वचा और आंखों की बीमारियों के इलाज में उपयोगी होता है। इसके औषधीय गुणों की वजह से इसकी मांग हमेशा बनी रहती है।
3) कीटनाशक के रूप में
जैविक खेती में गेंदा एक प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में काम करता है। इसकी पत्तियां और फूल कीट नियंत्रण में सहायक होते हैं।
4) ड्राई फ्लावर मार्केट
गेंदे को सुखाकर सजावट के लिए उपयोग किया जाता है। सूखे फूलों की सजावट के लिए बाजार में मांग काफी बढ़ रही है।
कैसे करें अनुदान के लिए आवेदन?
यदि आप गेंदा की खेती करने के इच्छुक हैं और सरकारी अनुदान लेना चाहते हैं, तो इसके लिए आप अपने नजदीकी उद्यान विभाग कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया
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आवेदन पत्र भरें: आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपने जिले के कृषि या उद्यान विभाग में आवेदन पत्र जमा करें।
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निरीक्षण और स्वीकृति: अधिकारियों द्वारा खेत का निरीक्षण किया जाएगा और रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
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अनुदान की स्वीकृति: मंजूरी मिलने के बाद किसान को अनुदान की राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाएगी।
गेंदे की खेती में सफलता के लिए जरूरी टिप्स
1) मिट्टी की जांच कराएं
गेंदे की खेती शुरू करने से पहले मिट्टी की जांच कराकर यह सुनिश्चित करें कि मिट्टी में आवश्यक पोषक तत्व मौजूद हैं।
2) समय पर सिंचाई करें
हल्की और समय पर सिंचाई करने से फूलों की गुणवत्ता बेहतर होती है।
3) कीट और रोग नियंत्रण पर ध्यान दें
फसल को कीट और रोगों से बचाने के लिए जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करें।
4) सही किस्म का चयन करें
गेंदे की किस्म का चयन जलवायु और बाजार की मांग के अनुसार करें, जिससे मुनाफा अधिक हो सके।
निष्कर्ष: किसान गेंदे की खेती से बना सकते हैं शानदार भविष्य
गेंदा केवल एक फूल नहीं, बल्कि किसानों के लिए आय का एक बेहतरीन स्रोत भी है। सरकारी सहायता और सही तकनीकों का उपयोग करके किसान कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। अगर सही योजना बनाई जाए और फूलों की प्रोसेसिंग यूनिट भी लगाई जाए, तो यह रोजगार का भी बड़ा जरिया बन सकता है।
मुख्य बातें:
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सरकारी अनुदान का लाभ उठाकर कम लागत में खेती शुरू करें।
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गेंदे की फसल से सालभर अच्छा मुनाफा कमाएं।
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फूलों की प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर मुनाफा दोगुना करें।
अगर किसान सही तकनीकों का उपयोग करके गेंदे की खेती करें, तो आने वाले समय में यह उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकता है। Click Here
