Naturally Protect Garlic Crops:
लहसुन की फसल में लगे कीटों से परेशान होने पर चिंता नहीं करनी चाहिए। यह देसी उपायों से दूर हो सकता है। आपकी लहसुन की पौध को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए ये तरीके काम करेंगे।
देहरादून: जैविक खेती की ओर बढ़ता कदम
आज हर चीज में कहीं न कहीं मिलावट है। खाने के सामान में केमिकल होने से शरीर अस्वस्थ होता है। इसलिए अधिकांश लोग अब जैविक खेती का समर्थन कर रहे हैं। लहसुन की हरी फसल देखने में सुंदर लगती है, लेकिन कीट इसकी जड़ों में छिपे हो सकते हैं। ताकि उनकी फसल सुरक्षित रहे, कई किसान महंगे केमिकल्स की जगह प्राकृतिक और देसी उपायों का उपयोग करते हैं। लोकल18 ने कृषि विशेषज्ञ दीपिका भट्ट से बातचीत की, जो लहसुन की पौध को सुरक्षित रखने के लिए प्रभावी देसी तरीके बताती हैं।
इन तरीकों से लहसुन की फसल रहेगी हरी-भरी!
लहसुन के खेतों को कीटों से बचाना चाहते हैं तो इन टिप्स को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। आपकी लहसुन की पौध को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए ये तरीके काम करेंगे। आइए इन्हें पूरी तरह से समझें।
1. लहसुन का ही घोल: प्राकृतिक सुरक्षा कवच
लहसुन को कीटों से बचाने में उसी का घोल बहुत प्रभावी है। दस से पंद्रह लहसुन की कलियां पीसकर एक लीटर पानी में मिलाएं और पूरी रात छोड़ दें। बाद में पौधों की जड़ों पर उन्हें छिड़क दें। सल्फरयुक्त यह घोल कीटों को दूर भगाता है। यह स्प्रे फसल को सुरक्षित रखता है। इस विधि का हर 10-15 दिनों में उपयोग करने से कीटों की समस्या नहीं होती।
2. गोमूत्र और हल्दी का स्प्रे: रोग और कीट नियंत्रण में सहायक
हल्दी एंटीबायोटिक है। इसलिए कई आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसका उपयोग किया जाता है। 1 लीटर गोमूत्र में एक चम्मच हल्दी मिलाकर तीन दिन तक स्टोर करें। फिर इस मिश्रण को 10 लीटर पानी में मिलाकर लहसुन के खेतों में छिड़काव करें। इससे मिट्टी में छिपे कीट मर जाते हैं और पौधे रोगों से बच जाते हैं। गोमूत्र में मौजूद तत्व मिट्टी को भी उपजाऊ बनाते हैं।
3. मटके में गुड़ और तेल का मिश्रण: कीटों को आकर्षित करने की तकनीक
गुड़ और सरसों के तेल का मिश्रण भी कीटों से लहसुन की पौध को बचाता है। गुड़ और सरसों के तेल को मिलाकर छोटी-छोटी बॉल बनाएं और इन्हें खेत के कोनों में मिट्टी के मटकों में डालें। इसकी गंध कीटों को आकर्षित करती है, जिससे वे पौधों को नुकसान नहीं पहुंचा सकते। यह तकनीक जैविक खेती में प्रभावी रूप से उपयोग की जाती है।
4. धान के भूसे की मल्चिंग: नमी बनाए रखें, कीट भगाएं
लहसुन के पौधों के चारों ओर धान का भूसा डालें। यह कई हानिकारक कीटों को दूर रखता है और मिट्टी की नमी बनाए रखता है। साथ ही, खेत में घास और खरपतवार नहीं उगते, जो फसल को पोषक तत्व देता है। लहसुन की पौधों को लगाने और बढ़ते समय अपनाया जा सकता है। इससे फसल रसायन मुक्त, स्वस्थ होती है और अधिक उत्पादन देती है।
5. चावल का पानी बेहद कारगर: पोषण और कीट नियंत्रण का आसान उपाय
चावल धोने के बाद घर में बचे हुए पानी का सही ढंग से इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद होता है। चावल धोने के बाद फसल के पास शेष पानी डालें। इसमें मौजूद प्राकृतिक तत्व मिट्टी को पोषित करते हैं और नुकसानदायक कीटों को बाहर निकालते हैं। इस विधि को सप्ताह में एक बार अपनाने से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और लहसुन की फसल स्वस्थ रहती है।
कुछ अन्य देसी उपाय जो लहसुन की फसल को सुरक्षित रखते हैं
6. नीम की पत्तियों का काढ़ा
नीम के पत्तों में प्राकृतिक कीटनाशक गुण होते हैं। नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर उसका छिड़काव करने से कीट दूर रहते हैं। यह जैविक तरीका पौधों की जड़ों और पत्तों को मजबूत करता है।
7. राख और लकड़ी की भस्म का उपयोग
खेतों में राख या लकड़ी की भस्म छिड़कने से कीट मिट्टी में नहीं पनपते। राख में मौजूद पोटैशियम पौधों के विकास में सहायक होता है और यह नमी बनाए रखने में मदद करता है।
8. अदरक और मिर्च का घोल
अदरक और मिर्च को पीसकर पानी में मिलाएं और इस मिश्रण का छिड़काव करें। यह मिश्रण कीटों को दूर भगाने में मदद करता है और पौधों को अधिक पोषण देता है।
निष्कर्ष: जैविक उपायों से करें लहसुन की फसल की रक्षा
लहसुन की खेती में कीटों से निपटने के लिए प्राकृतिक और जैविक उपाय बेहद कारगर होते हैं। न सिर्फ ये फसल को नुकसान से बचाते हैं, बल्कि मिट्टी की गुणवत्ता को भी बनाए रखते हैं। किसानों को महंगे रासायनिक कीटनाशकों की जगह इन घरेलू और देसी उपायों को अपनाना चाहिए। इससे फसल का उत्पादन भी बढ़ेगा और गुणवत्ता भी बेहतर होगी।